परिचय
पूज्य श्री पंडित अरुण मिश्रा जी महाराज
सनातन धर्म की ध्वजा को लेकर पूरे विश्व में लाखों-करोड़ों लोगों को भगवान
की भक्ति और अपनी अमृतमयी वाणी से सेवा, संस्कृति और संस्कारों से जोड़कर लोगों का जीवन बदलने वाले एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और मानवता के सेवाकारी हैं।
उनका
जन्म मध्य प्रदेश के ग्राम बारीअमराई पोस्ट देवरा जिला सतना
हुआ था।
आचार्य
तक की पढ़ाई चित्रकूट धाम अक्षयबट में पूरी हुई
ज्योतिष
का अध्ययन रघुनाथ मंदिर शशि शेखर गुरु जी के पास प्रथम अध्ययन प्रारंभ हुआ
श्रीमद्
भागवत कथा वृंदावन सोहम आश्रम में रहकर के राम लखन गुरुजी से श्रीमद् भागवत का अध्ययन किया उसके बाद राम कथा देवी भागवत शिव पुराण की तैयारी किया
जिसमें
अपनी शिव पुराण कथा विशेष रूप से चलती है और शिव पुराण कथा का विशेष अध्ययन है अपना आश्रम चित्रकूट धाम द्वितीय मुखारविंद बाईपास रजउला में स्वयं का आश्रम निर्माण हो रहा है



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